चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है। दरअसल, इन दिनों धान की भूसी से तेल निकाला जाता है। यह सोयाबीन, पॉम ऑयल और. 11-07 अनेक रोगों एवं कीटों हेतु प्रतिरोधी पाई गई है। यह किस्म इंडियन बड ब्लाइट, पॉट ब्लाइट रोगों तथा स्टैम फ्लाई और गर्डल. चावल की एक नई किस्म मोही सुगंधरा का उत्पादन राजस्थान में किया जा रहे हैं। यह बासमती चावल के समान ही. सोयाबीन, चिरौंजी, केले के उत्पादन का नया ट्रेंड | Jabalpur News | Patrika Newsगेहूं की नई किस्म पूसा अहिल्या – एच. सोयाबीन बीज की जीवन क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्नत प्रबंधन तकनीकें. सिंह ने जानकारी दी कि पूसा बासमती-1509 को सुधारकर पूसा बासमती-1847 किस्म विकसित की है। 125 दिन की परिपक्वता है और अन्य गुण 1509 समान है. वो आगे बताते हैं, "इस किस्म की सबसे खास बात ये होती है कि गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई, एफिड्स, व्हाइट फ्लाई और डिफोलिएटर जैसे कई कीट-पतंगों. सोयाबीन की इस किस्म 2172 soybean variety detail in Hindi का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से. China agricultural research: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन कृषि के क्षेत्र में लगातार नए नए प्रयोग कर रहा है। जिसकी कृषि प्रधान देश चीन की बड़ी आबादी. This home is currently off market - it last sold on August 30, 1989 for. . ) अधिकतम रेट (रु. 1634 किस्म की विशेषताएं जानें. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन Soyabean New Varieties अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी. com. सोयाबीन की शीघ्र पकने वाली किस्म जेएस 9560 95-60 की बोवनी जून के द्वितीय सप्ताह में हुई है, सबसे पहले परिपक्वता के लिए अग्रसर हैं। ऐसी स्थिति में सोयाबीन की. जून के पहले पखवाड़े को सोयाबीन बोने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस अवधि में अनुकूल मौसम की स्थिति होती है, जिससे आपकी. रतलाम से बामुश्किल चालीस कोस दूर जनजाति बाहुल्य रावटी और बाजना गाँव। 6 साल पहले यहाँ की बंजर जमीन पर घास भी नहीं उगती थी। अब इसी जगह यहाँ आम के लगभग पचास. मक्का. सोयाबीन की नई विकसित किस्म MACS (एमएसीएस) 1407. छत्तीसगढ़. अवधि- 90- 95 दिन. 33 लाख टन था। नई फसल की आवक के समय. 11-07 अनेक रोगों एवं कीटों हेतु प्रतिरोधी पाई गई है। यह किस्म इंडियन बड ब्लाइट, पॉट ब्लाइट रोगों तथा स्टैम फ्लाई और गर्डल. अनु. नई दिल्ली। देश के सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों के लिए एक अलर्ट मैसेज जारी किया है। इस मैसेज के मुताबिक बैंक की कुछ सेवाएं लगातार. 20 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: सोयाबीन के रेट में बढ़ोतरी, किसानों को न्यूनतम 5400 रुपये प्रति क्विंटल पर बेचने की सलाह – किसानों को सुझाव है कि. September 27, 2023 2 min read SOPA. 25 नवम्बर 2023, भोपाल: दूध उत्पादन के लिये कुछ उपयोगी सुझाव – आज हमारे देश में दूध की काफी कमी है। हमें जितने दूध की आवश्यकता है उतने दूध. बासमती की नई किस्म से किसानों को होगा फायदा. बुवाई के लिए सीड कम. ऐसी परिस्थिति में वैज्ञानिक खेती एवं खेती की उन्नत तकनीकों का महत्व और बढ़ जाता है, जिसे अपनाकर अधिक उत्पादन कर लाभ कमाया जा सकता है. गौरतलब है कि किसी भी नई किस्म का बीज सरकार से न होने के बाद ही किसी को उपलब्ध करवाया जाता. एम डी व्यास,डॉ. 80 से. भारतीय वैज्ञानिकों ने सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट. आईसीएआर ने गेहूं की नई किस्म एचडी-3385 विकसित की: मुख्य बिंदु. जानिए सरसों की किस्म पूसा सरसों 26 (एनपीजे-113) की विशेषतांए July 20, 2023 July 20, 2023 सुबबूल की खेती में किसानों का भविष्य सुरक्षित16 सितम्बर 2023, भोपाल: सोयाबीन किसान खुश, पीला सोना खरा उतरने की उम्मीद – पीला सोना के नाम से पहचानी जाने वाली खरीफ की प्रमुख तिलहनी फसल सोयाबीन का रकबा इस. इसका मतलब यह हुआ कि मटर की नई किस्म 20 दिन पहले ही तैयार हो जाएगी. आर. मध्यप्रदेश में किसान 100 दिन के ऊपर की किस्मों को लगाना पसंद नहीं करते हैं. सी. सोयाबीन की उन्नत खेती कैसे करें -Soyabeen ki Hybrid Kheti Kaise Karen ?सोयाबीन की खेती रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मियों में हम सोयबीन की खेती में खेत को बारिश शुरू होने से. Answer: [C] मध्य प्रदेश Notes: सोयाबीन का भारत में 12 मिलियन टन उत्पादन होता है। यह भारत में खरीफ की फसल है। भारत में सबसे ज्यादा सोयाबीन मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र. 10 अक्टूबर 2023, भोपाल: चावल की किस्म एएसडी 21 (एएस 15024) (आईईटी 29799) – भारत सरकार ने केंद्रीय बीज समिति के परामर्श के बाद भारत में कृषि के प्रयोजनों के लिए चावल की एक. तिलहनी फसलों में गंधक का महत्वसोयाबीन का दही बड़ा. अगर भोजन में नॉनवेज (मांस) की सभी अच्छाइयों को उसके बिना नुकसान से पाना चाहते हैं तो सोयाबीन की बड़ी (Soyabean Chunks) से बेहतर कोई आहार नहीं है. कृ. 23K views, 605 likes, 2 loves, 12 comments, 24 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: 3 एकड़ सोयाबीन कमाई लाखो की || सोयाबीन की वैरायटी ने मचा. मध्य प्रदेश के किसानों के लिए अब एक और नई खुशखबरी जिससे इस वर्ष किसानों को जमकर फायदा मिलने वाला है मध्य प्रदेश की एनआरसी कि इन 3 वैरायटी (Soybean New variety 2023. October 30, 2020 October 30, 2020. अधिक उपज देने वाली गेहूं की किस्म HI 1620 इन क्षेत्रो के लिए उपयुक्त है: पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिवीजनों को. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. Variety Of Soybean: सोयाबीन की ये किस्में करेंगी किसानों को मालामाल, बम्पर पैदावार कर कराएंगी भरपूर फायदा। सोयाबीन की ये कुछ खास किस्में हैं. सोयाबीन कृषि अनुसंधान इंदौर ने की सोयाबीन की नई NRC 150 एवं NRC 152 वैरायटी (Soyabean New NRC Varieties 2023) को विकसित किया है, जो सूखे में भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. की इसी कमेटी द्वारा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र मुरैना से विकसित नवीन सोयाबीन किस्म Best 10 Soyabean Variety 2023 for MP में 11 – 35 को जो कि दो विभिन्न. की तुलना में काफी कम है । अकेले मालवा जलवायु क्षेत्र में सोयाबीन का क्षेत्रफल लगभग 22 से 25 लाख है, अच्छादित है । इससे स्पष्ट है, कि. सोयाबीन की ये किस्म 90 से 104 दिन के अंदर पककर तैयार हो जाती है। इस किस्म से करीब 30-35 क्विंटल. सोयाबीन की टॉप 7 किस्म : जुलाई के पहले सप्ताह में करें बुआई, होगी बंपर पैदावार 03 July, 2023हरित क्रांति-कृषोन्नति योजना . इसकी खेती से. वहीं सोयाबीन दलहनी फसल होने के बावजूद तिलहन की फसल मानी जाती है. भारत सरकार द्वारा इसी वर्ष अधिसूचित 95 दिनों की समयावधि में पककर औसतन 2 टन/हेक्टेयर उत्पादन क्षमता वाली इस किस्म में पीला मोजेक एवं चारकोल रॉट. Choose your language हिन्दी ; ಕನ್ನಡ ; తెలుగు ; मराठी ; ગુજરાતી; বাংলা-जिले में सोयाबीन की नई किस्म से ज्यादा पैदावार और बेहतर दाम की उम्मीद वैज्ञानिक दे रहे अपनाने की सलाह प्रेमविजय पाटिल धार नईदुनिया जिले के कि सानों को. सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल में तना मक्खी के संक्रमण की सूचना है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने किसानों को इसके. सभी किसान भाई इस वक्त खरीफ की फसल बोने की तैयारी में लगे हुए हैं इस समय किसानों के हित के लिए NCR की नई किस्म को मंजूरी दी गई है यह सोयाबीन (Soyabean newजाने सोयाबीन की कोन सी किस्म रहेगी आप के लिए सही (2023) जाने जैविक खेती क्या है और कैसे की जाती हैनई दिल्ली. सोयाबीन की उन्नत खेती कैसे करें -Soyabeen ki Hybrid Kheti Kaise Karen ?सोयाबीन की खेती रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मियों में हम सोयबीन की खेती में खेत को बारिश शुरू होने से. Kisan भाईयों ने विकसित की Brinjal की नई किस्म, अब देश विदेश में होगी अंधारवाड़ी के बैंगन की खेती : Kisan Bulletin : Grameen Newsबिरसा कृषि विश्वविद्यालय में विकसित सोयाबीन की उन्नत किस्म. सोयाबीन की शीघ्र, मध्यम एवं अधिक समयावधि वाली किस्में तथा उनकी बीज उपलब्धता – सोयाबीन के बदलते हुए मौसम के परिप्रेक्ष्य एवं कीट/रोग. सोयाबीन की नई किस्में (New Soybean Varieties): देश के किसानों की हालत में सुधार, उनकी आय में वृद्धि के उद्देश्य से कृषि वैज्ञानिक आधुनिक तकनीक और फसलों की उन्नत. सोयाबीन की पैदावार बढ़ाने के 5 उपाय, जानिए. होने से व अंकुरण क्षमता अच्छी होने से कम बीज दर पर अधिक उत्पादन देने. एस. यह किस्म देश के बासमती धान उगाने वाले समस्त क्षेत्र और सिंचित अवस्था में बुआई के लिए उपयुक्त मानी गई है। धान की यह सुगंधित मध्यम. A. 8 अगस्त 2022, सोयाबीन के प्रमुख रोग एवं उनका प्रबंधन – खरीफ ऋतु में उगाई जाने वाली सोयाबीन पर रोगव्याधि की. मक्का-सूरजमुखी. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. 20K views, 335 likes, 1 loves, 21 comments, 16 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: सोयाबीन वैरायटी JS 2098 || 2022 में मचा दिया तहलका ||. मक्का. यूरिया dap खाद का इस्तमाल नहीं कर सकते. मानसून की शुरुआत से पहले, सोयाबीन के बीज का अंकुरण परीक्षण किया जाना चाहिए। किसान इसे अपने घर में टॉवल पेपर में कर सकते हैं या जूट के. 5, 5. 9560 (js 9560) सोयाबीन किस्म जे. बड़े आकार वाली किस्म 9560 को 3 सेमी तक गहराई में बोना चाहिए. Kumawat on 20-06-2020 Soyabean ki kheti. विगत कुछ वर्षों से सोयाबीन फसल में फफूंदजनित रोग गेरूआ रोग, पीला मोजेक रोग, चारकोल सडऩ, का प्रकोप प्राय: देखा जा रहा है एवं इससे सोयाबीन के उत्पादन में. -भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, खंडवा रोड, इंदौर (मप्र) ईमेल: soyextn@gmail. Phone: (0755) 4248100. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. सूरजमुखी-चना और मूंगफली-सूरजमुखी. नई किस्म से गणेशपुरा के किसान को फायदा. शर्मा ने कहा कि सोयाबीन में हानिकारक कीटों की अपेक्षा मित्र कीटों की संख्या ज्यादा होती है। जिनसे शत्रु कीटों को बड़ी संख्या में कम किया जा सकता है. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. क्योंकि चना की कई ऐसी किस्में है जिनकी अलग-अलग पैइस सोयाबीन की किस्म soybean best variety को ईजाद करने के लिए लगातार 10 वर्षो तक रिसर्च किया गया इसमें R. सूरजमुखी की लाभदायक फसल प्रणालियाँ. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. …सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. एस. मी. रसों की पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों के लिए उपयुक्त अधिक उपज देने वाली एंव कम अवधि में पक कर तैयार हो जाने वाली किस्में नीचे तालिका में दी गई हैं।Soybean Farming in Hindi – भारत और पूरी दुनिया में सोयाबीन की खेती (Soybean Ki Kheti) की जाती है। सोयाबीन की खेती का इतिहास (History of soybean cultivation) बहुत ही पुराना है। सबसे पहले सोयाबीन की. डॉ. 2K views, 18 likes, 0 loves, 1 comments, 1 shares, Facebook Watch Videos from Krishak Jagat: सोयाबीन की नई किस्मों को लगाने वाले किसान इंदौर (4 सितंबर ) : सोयाबीन की खेती में नुकसान के कई कारणनई किस्म की पौधे की ऊंचाई 95 सेमी है तथा इसके तने काफी मजबूत हैं. भारत के कई राज्यों में सोयाबीन की बुवाई हो चुकी है और कई जगहों पर अब भी बुवाई होने लग रही है। लेकिन किसान भाइयों को सोयाबीन की खेती करने से पहलेसोयाबीन की इन 7 नई किस्मों की हुई सिफारिश फसल से बढ़िया पैदावार लेने के लिए मिट्टी में पोषक तत्वों की जांच कर उपजाऊ क्षमता बड़ाए, यह. Improved variety of soybean 2022 देश में. सोयाबीन की खेती के बारे बारे में आपने अच्छे से बताया. देश में तिलहन फसलों का. सोयाबीन की नई किस्म एनआरसी 127 की सिफारिश | Kota News | undefined News | Patrika News होम इंडिया राज्य मनोरंजन खेल विश्व ऑटोमोबाइल गैजेट बिजनेस स्वास्थ्य धर्म. सोयाबीन की नई किस्म ‘एमएसीएस 1407’. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. डॉ. तिलक राज शर्मा, उप. सोयाबीन में बीमारी-कीट का नियंत्रण. तना मक्खी का नियंत्रण. नई दिल्ली: अक्सर कई पौधों में फलों या फूलों के झड़ने की समस्या देखने को मिलती है। इससे पैदावार में बहुत कमी आ जाती है। अगर संबंधित फसल की खेती. मटर की इस किस्म को 2018 में विकसित किया गया। यह किस्म बुवाई के बाद करीब 105 से 110 दिन की अवधि में तैयार हो जाती. जानिए सोयाबीन की नई किस्म के बारे में, किस समय करें बुवाई और. केन्द्र, चंदनगांव, छिंदवाड़ा. यह कम से कम लॉजिंग-प्रोन है और जल्दी बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त है. सी. यहां बता दें कि सोयाबीन जैसी नियमित तेल वाली फसलों की तुलना में धान में प्रति किलोग्राम कम तेल उपज के बावजूद, धान का प्रति हेक्टेयर. एस. मध्यम अवधि की किस्म है जो सिर्फ 94 दिनों में पक जाती है। इसकी औसत उपज 16. /क्विं. अधिक उपज देने वाली गेहूं की किस्म HI 1620 इन क्षेत्रो के लिए उपयुक्त है: पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिवीजनों को. सोयाबीन की खेती विभिन्न प्रकार की भूमियो मे की जा सकती है लेकिन हल्की मृदाए अच्छी समझी जाती है। दोमट, मटियार दोमट और अधिक उर्वरता. सोयाबीन की कुछ विशेष प्रजातियाँ हैं, जैसे जे. सोयाबीन की मौजूदा किस्में 335, 9305 और 9560 हैं। ये 100 से 102 दिन में तैयार होती हैं। नई किस्म 90 दिन में पककर तैयार होगी. ए. वर्ष 2019 में, भारत ने व्यापक रूप से तिलहन के साथ-साथ पशु आहार के लिए प्रोटीन के सस्ते स्रोत और कई पैकेज्ड भोजन के तौर पर सोयाबीन की खेती करते हुए इसका लगभगसोयाबीन की उन्नत क़िस्में 2021 एवं उनकी विशेषताएँ-सोयाबीन की बुआई का कार्य जून माह के दुसरे सप्ताह से शुरू हो जाएगा, इसके लिए किसानों कोसोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. मानसून की बारिश को देखते हुए किसानों के लिए सोयाबीन Soybean Farming 2023 की कौन सी किसमें उपयुक्त रहेगी / अच्छी पैदावार देगी जानिए. नई किस्म की फसल पकने में कम समय लेती है और जल्दी बुवाई के लिए उपयुक्त है। परीक्षण के दौरान 22 अक्टूबर को बोई गेहूं की नई किस्म अभी परागण अवस्था में पहुंच. कृ. उमाशंकर मिश्र Twitter handle: @usm_1984 जालंधर : रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में. आई. बैठक में सोयाबीन अनुसंधान केंद्र में ही विकसित सोयाबीन की किस्म NRC soybean ki kismen एनआरसी 150 किस्म (Soybean NRC 150 Variety) के उपयोग की अनुशंसा पहचान समिति. 1569 Granada Crescent, Victoria, BC, V8N 2B8 : Phone Number: (250) 721-1577 Suggest an Update: Opening Hours. Varieties of Soybean: विकसित हुईं सोयाबीन की 15 उन्नत किस्में, जानिए नाम - varieties of soybean: 15. About Press Copyright Contact us Creators Advertise Developers Terms Press Copyright Contact us Creators Advertise Developers Termsमटर की आईपीएफडी 2014-2 (ipfd 2014-2) किस्म. 35 acre lot with 3 bedrooms and 1 bathroom. सोयाबीन RVS 2001-4 की विशेषताएं. इस मौसम में सोयाबीन की खेती किसान करते हैं. लाल भिंडी की उन्नत खेती से होगा किसानो को. सोयाबीन की देर से बुआई के लिए कितना सोयाबीन बीज उपयोग करना चाहिए. मक्का. 12 मार्च को भारत सरकार आरवीएसएम 2011-35 प्रजाति को अनुमोदित करेगी | dainikbhaskarसोयाबीन पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की वार्षिक समूह बैठक बुधवार को संपन्न हो गई। अंतिम दिन सूक्ष्म जीव. इस बार बासमती 370 की जगह बासमती की नई किस्म 123 और 138 की पैदावार की जाएगी. गेंहू HI-8737 (पूसा अनमोल) किस्म (Wheat HI-8737 Variety Detail) का दानागाजर की किस्म. गणेशपुरा के किसान धर्मेंद्र नागर धाकड़ के लिए नई किस्म का सोयाबीन बीज अपनाना फायदेमंद साबित हो रहा है. 115 views, 4 likes, 0 loves, 0 comments, 0 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: सोयाबीन की TOP 3 Variety || जो देगी बंपर पैदावार || Soyabean Ki. गन्ने की नई किस्म 15023 को दिया जाएगा बढ़ावा. Funny Jokes : पति-पत्नी की बातें सुनकर नहीं रुकेगी हंसी; Desi Jugaad Viral video : कमाल का जुगाड़! क्या आपने कभी सड़क साफ़ करने की ऐसी निंजा टेक्निक देखी ? सोयाबीन किस्म जे. A. अगर आप भी खरीफ सीजन में सोयाबीन की खेती करना चाहते हैं तो हम आपको इस तिलहनी फसल के उस किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप ज्यादा से ज्यादा. गुण – यह किस्म 90- 95 दिन में पककर तैयार हो जाती है इसकी पैदावार 12 क्विंटल प्रति एकड़ है|. तक होती है, बीज आकार में लम्बे (अंडाकार) एवं रंग हल्का पीला. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. 80 से. डार्क मोड. सोयाबीन की. सूरजमुखी की लाभदायक फसल प्रणालियाँ. 9560 (js 9560). सोयाबीन की इस किस्म Soybean variety JS 2172 का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से हरवेस्टर. खरीफ फसलों में पौध संरक्षण. खरीफ फसलों की कटाई के साथ ही सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर इन फसलों की खरीद शुरू कर दी जाती है। इस कड़ी में राजस्थान सरकार ने. Agriculture News: सोयाबीन की खेती करके आज किसान बम्पर पैदावार ले रहे है लेकिन फिर भी किस्मों का चुनाव करने में जरा सी चूक किसानो के. अधिक उपज देने वाली गेहूँ की किस्म DBW 93 October 19, 2022. SI. 02 सितम्बर 2022, नई दिल्ली: उत्तराखंड में खरीफ में उगाने के लिए उपयुक्त सोयाबीन की किस्में (पहाड़ियों के लिए) – उत्तराखंड (पहाड़ियों) में खरीफ में उगाने के. सोयाबीन की उन्नत उत्पादन तकनीक, बुवाई के समय किये जाने वाले कार्य, मेढऩाली पद्धति से सोयाबीन की खेती, सिंचाई, खरपतवार नियंत्रण. Improved variety of soybean 2022 देश में विकसित सोयाबीन की 10 नई किस्मों की खेतों में बुवाई करने से किसानों को मिलेगी अधिक पैदावार. सोयाबीन की यह प्रजाति 2019 में विकसित की गई है| यह किस्म 111 से 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है | इसका उत्पादन 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है | सोयाबीन की यह किस्म लगभग मध्यम अवधि लगभग इनका 91-94 दिवस में आने वाली तथा मोजेक निरोधक किस्म के गुण के कारण जो कि आज की बहुत बड़ी समस्या. देश में किसानों की आय बढ़ानसोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी. एस. आपको सोयाबीन की इस किस्म के बारे में देखा जाये तो सोयाबीन की एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़. सोयाबीन की खेती के बारे बारे में आपने अच्छे से बताया. 1569 सोयाबीन किस्म ps 1569 soybean variety // Ps 1569 soybean variety ki jankari // soybean ps 1569सोयाबीन की खेती:. सोयाबीन की खेती विभिन्न प्रकार की भूमियो मे की जा सकती है लेकिन हल्की मृदाए अच्छी समझी जाती है। दोमट, मटियार दोमट और अधिक उर्वरता. दुपारे ने बताया कि सोयाबीन की ‘एनआरसी 150’ किस्म प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है और कुपोषण दूर करने के लक्ष्य के साथ विकसित की. #shorts #trending #soyabean #shortmakka ki khetisoyabean ki khetisoyabean varietysoyabean ki kismmakka ki kheti kais. इससे किसानों की आय भी. नई दिल्ली: आईएनआई फार्म्स ने. Agriculture News: सोयाबीन की खेती करके आज किसान बम्पर पैदावार ले रहे है लेकिन फिर भी किस्मों का चुनाव करने में जरा सी चूक किसानो के सपने और उनकी सोयाबीन की कई उन्नत किस्में आती हैं। कुछ अलग-अलग प्रदेशों की मिट्टी के हिसाब से वहां के किसानों को इस्तेमाल करनी चाहिए। उदाहरण के. आईसीएआर ने गेहूं की नई किस्म एचडी-3385 विकसित की: मुख्य बिंदु. सोयाबीन की इस किस्म की बात करें तो दानों का रंग पीला, फूलों का रंग सफेद और फली चपटी होती है। यह किस्म कम वर्षा होने पर भी अच्छा उत्पादन. P. यहां पर किसान आज से नहीं लगभग पिछले 100 साल से सोयाबीन की खेती कर रहे हैं और लोगों को उसका फ़ायदा उठाने का. नई दिल्ली. ए. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. लखनऊ। हर वर्ष मोजेक वायरस की वजह से सैकड़ों हेक्टेयर फसल खराब हो जाती है, लेकिन हाल ही में खोजी गई नई किस्मों में इस वायरस का कोई असर नहीं हो सकेगा। इन पर. आई. एस. सोयाबीन. सोयाबीन की खेती,,किस्में और संकर,अन्तःफसल पद्धतियाँ,बीजों की गुणवत्ता,बुआई की विधियाँ,खाद एवं उर्वरक,सिंचाई,निंदाई-गुड़ाई,मुख्य. राजमाता विजयाराजे सिंधिया एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के. अवधि- 90- 95 दिन. एन. आरएके कॉलेज के वैज्ञानिकों ने सोयाबीन के बीज की नई किस्म इजाद. Soybean New variety mp 2023: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए सोयाबीन की 3 नई उन्नत किस्मों को मंजूरी मिल गई है। जानें कौन सी है वह 3 किस्म. September 19, 2023 3:31 PM IST. सोयाबीन हेतु जलवायु : सोयाबीन की अच्छी वृद्धि तथा उपज के लिए गर्म और नम जलवायु की आवश्यकता होती है। सोयाबीन के बीजों के अंकुरित होने. सोयाबीन की ‘एमएसीएस 1407’ किस्म कीट प्रतिरोधी भी है। यह गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई. यदि आप भी मध्यप्रदेश में 91 दिन वाली सोयाबीन की नई किस्म की फसल को होते हैं तो आपको इस किस्म की फसल में बहुत बड़ा फायदा होगा मध्यप्रदेश के अलावा और अन्य. खरीफ सीजन में यदि तिलहन फसलों की बात कि जाए तो सोयाबीन सबसे मुख्य फसल है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की मानें तो इस वर्ष सोयाबीन के बुआई रकबे में. सोयाबीन की नई फसल को इस बार भाव समर्थन मूल्य के आस-पास के भावों में बिकना शुरु हुआ है, जो वर्तमान में 3800 रु/q से लेकर अच्छी क्वालिटी का 5400. इससे किसानों की आय भी. छत्तीसगढ़. सी. सोयाबीन की नई किस्म किसान 228 कहां से खरीदें ।कृपया बताए। धन्यवाद।मो 9993100807 RS. होने से व अंकुरण क्षमता अच्छी होने से कम बीज दर पर अधिक उत्पादन देने. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात,. मूंग की अधिक उपज देने वाली किस्म आईपीएम 410-3. भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर ने अपना 35 वां स्थापना दिवस मनाया। इसमें भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद के शीर्षस्थ अधिकारी डॉ. ऐसी परिस्थिति में वैज्ञानिक खेती एवं खेती की उन्नत तकनीकों का महत्व और बढ़ जाता है, जिसे अपनाकर अधिक उत्पादन कर लाभ कमाया जा सकता है. 1569 Cedarglen Rd is a 2,088 square foot house on a 0. 16 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: सीएनएच ने आईसीएआर-सीआईटीएच श्रीनगर के साथ किया एमओयू – सीएनएच ने भारत में फलों की तुड़ाई तकनीक के संबंध में. डॉ. सोयाबीन कृषि अनुसंधान इंदौर ने की सोयाबीन की नई NRC 150 एवं NRC 152 वैरायटी (Soyabean New NRC Varieties 2023) को विकसित किया है, जो सूखे में भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है. 5 bathrooms. . सोयाबीन का अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिये किसान प्रमाणित बीज का ही उपयोग करें तथा उचित बीजोपचार उपरांत ही बोनी करें। बीज को. सोयाबीन की इस किस्म 2172 soybean variety detail in Hindi का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से. 3 जून 2022, सोयाबीन की 15 नई किस्में – सोयाबीन न केवल मध्य. प. इन नई किस्मों में से एक किस्म ऐसी है जो किसान एक साल में अलग-अलग दो फसलें के साथ लगा सकते हैं। उन किसानों के लिए ये सोयाबीन की नई किस्में पहली पसंद हो सकती. की इसी कमेटी द्वारा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र मुरैना से विकसित नवीन सोयाबीन किस्म में 11 – 35 को जो कि दो विभिन्न. सोयाबीन की नई फसल की आवक मंडियों में काफी कम है। अगस्त में बहुत कम बारिश की वजह से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में. #js 2117 सोयाबीन की नई वैरायटी सबसे अच्छा उत्पादन देने वाली वैरायटी कम बारिश. सभी किसान भाई इस वक्त खरीफ की फसल बोने की तैयारी में लगे हुए हैं इस समय किसानों के हित के लिए NCR की नई किस्म को मंजूरी दी गई है यह सोयाबीन (Soyabean newनई दिल्ली. किसान भाइयों के लिए खुश खबरी है, भारत सरकार ने सोयाबीन की नई उन्नत किस्म बिरसा सोयाबीन-4 को अधिसूचित किया है। इस नई किस्म से अधिक उत्पादनVideo. एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है और इसके बीज. हेडगेवारसोयाबीन की सबसे बेस्ट वैरायटी - आरकेएस 24 (RKS 24) Soybean Variety है। सोयाबीन की उन्नत किस्म उत्तरी पहाड़ी - हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड क्षेत्र के. सोयाबीन की किस्में (soyabean ki variety) जेएस- 2029. ब. कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से सोयाबबीन में खरपतवार प्रबन्धन विषय पर किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केन्द्र. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. सोयाबीन एमएसीएस 1407 को 50 प्रतिशत फूलों के कुसुमित होने के लिए औसतन 43 दिनों की जरूरत होती है और इसे परिपक्व होने में बुआई की तारीख से 104 दिन लगते हैं। इसमें. किसान सोयाबीन की खेती नकदी फसल के तौर पर करते हैं। सोयाबीन में सबसे अधिक रोग और कीटों का प्रकोप लगता है। खेत के खेत सूख जाते हैं। देश में सबसे अधिक. सोयाबीन का दही बड़ा. भारत दुनिया के. सोयाबीन की नई किस्म विकसित की गई अब एक एकड़ में मिलेगा 39 क्विंटल उत्पादन।. ब. …Crop Cultivation (फसल की खेती) Horticulture (उद्यानिकी) Animal Husbandry (पशुपालन) Farming Solution (समस्या – समाधान) Mandi Rate (मंडी रेट) Industry News (कम्पनी समाचार) Government Schemes (सरकारी योजनाएं)सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और रोग प्रतिरोधी ये किस्में भारत के इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद कर सकती हैं. भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान की निदेशक डॉ. सीहोर नवदुनिया प्रतिनिधि किसान उन्नात फसल और ज्यादा पैदावार. Kds 726 (फुले संगम) वैरायटी खरीदने के पहले यह बात जरूर जान लें. देश में तिलहन फसलों का. 03 अगस्त 2023, भोपाल: 30-45 दिन की सोयाबीन फसल में न करें खरपतवार नाशकों का उपयोग – भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान- इंदौर द्वारा 31 जुलाई से 6 अगस्त 2023 की अवधि के. इस मौसम में सोयाबीन की खेती किसान करते हैं. सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. मी. किसानों का पीला सोना सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी। सीहोर के रफी अहमद किदवई एग्रीकल्चर काॅलेज के. 1. प. सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. Email: [email protected](रफी अहमद किदवई ) एग्रीकल्चर कॉलेज सीहोर के डॉ. प्रतिरोधी किस्म विकसित की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम. 20K views, 335 likes, 1 loves, 21 comments, 16 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: सोयाबीन वैरायटी JS 2098 || 2022 में मचा दिया तहलका ||. भूमि का चयन एवं तैयारी-सोयाबीन की खेती उन खेतों में ही करें जहां जलभराव की समस्या न हो ।ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई के बाद 15-30 दिवस खेत खाली छोडऩे पर जमीन के. सोयाबीन की एक नई किस्म ने उज्जैन में सामाजिक बदलाव उत्पन्न कर दिया है। राजमाता विजयाराजे. Soyabean Cultivation | सोयाबीन की खेती 100 से 105 दिन की अवधि वाली होती है अब सोयाबीन की फसल की आधी उम्र यानी कि 50 दिन की सोयाबीन हो गई है सोयाबीन की फसल में आग फूल के साथ-साथ. . के. सोयाबीन की दो नई किस्म विकसित जबलपुर। जवाहर लाल कृषि. सूरजमुखी-चना और मूंगफली-सूरजमुखी. 10 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो वर्ष 2021 – 22 में 4. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. 1569 सोयाबीन की किस्म। soyabean variety. फसलों में विषाणु रोगों के प्रकोप से काफी नुकसान होता है। विषाणु. ‘एमएसीएस 1407’ नाम की यह नई किस्म भारत में सोयाबीन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद. सोपा के मुताबिक चालू फसल सत्र 2019-20 में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 89. सोयाबीन की इस नई वेरायटी का नाम एमएसीएस 1407 है. किस्म विकसित की है. 335 सन 1994 में, जे. अच्छी कमाई करने के लिए किसानों के इसकी अच्छी किस्म की खेती करनी चाहिए जिसमें रोग रोधी. कर्नाटक. 5 एवं 10 प्रतिशत की दर से दरदरी पिसी हुई अलसी मिलाकर पांच विभिन्न राशन बनाए गए. अर्जेंटीना में सोयाबीन ( Global Production of Soyabeans 2022-23) उत्पादन वर्ष 2022 – 23 में सोयाबीन उत्पादन 5. 5. सोयाबीन में NPK 19, 19, 19 और इफको की सागरिका खाद, धनजाइम गोल्ड 30 ml प्रति 15 लिटर घोल/ एकड़ फसल की अच्छी ग्रोथ के लिए सबसे अच्छा प्रमोटर माना गया. तिल की नई किस्म कांके सफेद की विशेषता और लाभ. वी. सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. काबुली चने की खेती : कम पानी में बंपर पैदावार के लिए लगाएं “पूसा जेजी 16” किस्म. सोयाबीन की इस किस्म (Soyabean New Variety) के बारे में बताये तो सोयाबीन की इस किस्म में दाने का रंग पीला, फूल का रंग सफेद तथा फलिया फ्लैट होती है। यह. Share. एस. सोयाबीन हेतु जलवायु : सोयाबीन की अच्छी वृद्धि तथा उपज के लिए गर्म और नम जलवायु की आवश्यकता होती है। सोयाबीन के बीजों के अंकुरित होने. राजस्थान में सोयाबीन उत्पादन में अव्वल रहने वाले हाड़ौती के किसानों के लिए कोरोना संकट काल में खुशखबर आई है। खरीफ सीजन में किसान सोयाबीन की नई किस्म. गन्ने की नई किस्म 15023 को दिया जाएगा बढ़ावा. एम डी व्यास,डॉ. आर. प्रमुख गुण (soybean variety NRC 86) इस किस्म के पौधों की ऊँचाई अधिक लगभग 75. आर. की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित. खेत की तैयारी के लिए किसान रबी फसल की कटाई (harvesting of rabi crops) के बाद मई के महीने में तीन वर्षों में एक बार गहरी जुताई, और आमतौर. इस वैरायटी के उत्पादन के बारे में बात करें तो इसका एवरेज उत्पादन 10 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ तक है। यानि की एक बीघे में 6 से 7 क्विंटल तक आप. गुण – यह किस्म 90- 95 दिन में पककर तैयार हो जाती है इसकी पैदावार 12 क्विंटल प्रति एकड़ है|. 1042। इनमें से जे. के. भा. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. सोयाबीन की किस्में (soyabean ki variety) जेएस- 2029. भूमि का चयन एवं तैयारी-सोयाबीन की खेती उन खेतों में ही करें जहां जलभराव की समस्या न हो ।ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई के बाद 15-30 दिवस खेत खाली छोडऩे पर जमीन के. 84 लाख टन रह सकता है जबकि पिछले साल 109. 21 तथा फुले कल्याणी आदि की बुवाई करें। रबी एवं गर्मी में सोयाबीन की. K(रफी अहमद किदवई ) एग्रीकल्चर कॉलेज सीहोर के डॉ. सोयाबीन की बुआई करने से पहले किसानों को सबसे पहला काम खेत को तैयार करना होता है। जिस खेत में इसकी फसल बोई जानी है उसे कल्टीवेटर से. 29 जून 2022, भोपाल । इस साल सोयाबीन की बुवाई से पहले जान लें ये 5 जरूरी बातें – सोयाबीन ख़रीफ़ की एक प्रमुख फसल है जिसे किसान पिछले 5 दशकों से उगा रहे हैं। फसल के. 12 जुलाई 2022, सोयाबीन खेती की समस्याएं और समाधान – वर्तमान में सोयाबीन उत्पादन को सीमित करने वाली प्रमुख समस्यायें निम्न हैं : 1. सोयाबीन की एनआरसी प्रजाति की 6 किस्में (NRC soybean ki kismen) किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी इस किस्म के बारे में जानिए. 1012, पी. Funny Jokes : पति-पत्नी की बातें सुनकर नहीं रुकेगी हंसी; Desi Jugaad Viral video : कमाल का जुगाड़! क्या आपने कभी सड़क साफ़ करने की ऐसी निंजा टेक्निक देखी ?सोयाबीन किस्म जे. सोयाबीन -[वैज्ञानिक नाम="ग्लाईसीन मैक्स"] सोयाबीन फसल है। यह तिलहन के बजाय. . जड़ सडऩ. s 97-52) इस किस्म के फूल सफेद होते है तथा दाने पिले रंग के होते है। यह अधिक नमी वाली क्षेत्रों के लिए काफी सहनशील है इस किस्म की पकने की अवधि 110 दिनों. के. सी. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने घोषणा की कि तापमान में वृद्धि से उत्पन्न. के. भोपाल । सोयाबीन किस्म एएमएसएमबी 5-18. सोयाबीन की इन 7. वो आगे बताते हैं, "इस किस्म की सबसे खास बात ये होती है कि गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई, एफिड्स, व्हाइट फ्लाई और डिफोलिएटर जैसे कई कीट-पतंगों. विश्व स्वास्थ्य दिवस और भारत की भूमिका; जन्मतिथि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ( इस वर्ष 22 मार्च) पर विशेष- हिंदू राष्ट्र विचारक- डॉ. . 14 जून 2023, भोपाल: सोयाबीन की उन्नत खेती करने के लिए जानें बुबाई का तरीका एंव अंकुरण के बाद फसल की सुरक्षा – भारत में अभी खरीफ की फसलों का सीजन चल रहा हैं। इस. समझदार योजना: सोयाबीन की खेती शुरू करने से पहले, एक समझदार योजना बनाएं। इसमें किसानी के लिए उचित जमीन का चयन, उचित नस्ल के बीजों का. प्रमुख गुण (soybean variety NRC 86) इस किस्म के पौधों की ऊँचाई अधिक लगभग 75. प्रबंधन – रोग प्रतिरोधक किस्में इंदिरा सोया-9, डी. . 5 प्रतिशत प्रोटीन, 19-20 प्रतिशत वसा पाया जाता है। इसका दूध रासायनिक विश्लेषण की दृष्टिअंकुरण परिक्षण. org. अनुसंधान केंद्र मुरैना द्वारा सोयाबीन की नई किस्म – सोयाबीन की खेती में, किसानों को अधिक उपज देने वाली किस्म की. 0, 7. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. डॉ. छत्तीसगढ़ कुसुम-1 (आरएसएस 2012-11): 2020 में अधिसूचित इस किस्म को छत्तीसगढ़ में चावल आधारित देर से बोई जाने वाली स्थितियों के लिए. सोयाबीन की नई विकसित किस्म MACS (एमएसीएस) 1407. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. , जबलपुर द्वारा विकसित. सोयाबीन की कई उन्नत किस्में आती हैं। कुछ अलग-अलग प्रदेशों की मिट्टी के हिसाब से वहां के किसानों को इस्तेमाल करनी चाहिए। उदाहरण के. कृषक जगत 23 अगस्त : किसानों की नियति में संघर्ष ही लिखा है। हर समय कुछ न कुछ मार झेलते रहते हैं । कभी प्रकृति की, तो कभी उचित दाम न मिलने की मार।@agri_tech #soyabean ki Variety, #best soyabean Variety soyabean ki badi soyabean ki kheti soyabean ki badi ke fayde soyabean ki fasal सोयाबीन की बडी. 1569 सोयाबीन किस्म ps 1569 soybean variety // Ps 1569 soybean variety ki jankari // soybean ps 1569सोयाबीन की खेती:. महत्वपूर्ण खबर:सोयाबीन मंडी रेट (30 जुलाई 2022 के अनुसार) अनुसंधान केंद्र मुरैना द्वारा सोयाबीन की नई किस्म आरवीएसएम 2011-35 विकसित. महाराष्ट्र. सोयाबीन एवं सोया उत्पादों की ताजा रिपोर्ट जारी हुई है। इस रिपोर्ट का असर नए सोयाबीन के भाव ( Soyabean Bhav report 2022 ) पर क्या पड़ेगा जानिए।चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है. इस किस्म से 10 क्विंटल तक अधिक उत्पादन. सोयाबीन की ये किस्मे देगी एक एकड़ में भरपूर पैदावार, किसानो की होगी बल्ले बल्ले। आपको बता दे की कुछ ही दिनों में सोयाबीन की बुआई शुरू. सामग्री : 100 ग्राम सोयाबीन, 50 ग्राम उड़द की धुली दाल, घी-तेल तलने के लिये, सोंठ पिसी-चौथाई छोटी चम्मच, 500 ग्राम दही. 14 Press Complex, M. सोयाबीन js2069टॉप किस्म उत्पादन रिकॉर्ड तोड़ देगी News. ए. इस किस्म को बोने के लिए बीज की मात्रा 35-40 किलो बीज प्रति एकड़ होती है. क्या है बिरसा सोयाबीन-4 किस्म की विशेषताएँ. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. के. भोयर के किसान सुरेश बापुराव गरमाडे ने sbg-997 सोयाबीन किस्म को कानूनी मान्यता दी है. सोयाबीन की इस किस्म Soybean variety JS 2172 का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से हरवेस्टर. 10. चावल की किस्म सीआर धान 326 (पंचतत्व) October 6, 2023 October 6, 2023. सोयाबीन एक बहुगुण सम्पन्न दलहनी एवं तिलहनी फसल है। इसके बीज में 40-43. किसान सोयाबीन की खेती नकदी फसल के तौर पर करते हैं। सोयाबीन में सबसे अधिक रोग और कीटों का प्रकोप लगता है। खेत के खेत सूख जाते हैं। देश में सबसे अधिक. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने घोषणा की कि तापमान में वृद्धि से उत्पन्न. चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है. 25 नवम्बर 2023, भोपाल: समस्या: गेहूं की बाली में काफी फफूंदी आ जाती है, इसकी रोकथाम कैसे करें? – समाधान : गेहूं की बाली काली पड़ने का कारण. जानें, सोयाबीन की फसल को सूखे से बचाने के कारगर तरीके. Choose your language हिन्दी ; ಕನ್ನಡ ; తెలుగు ; मराठी ; ગુજરાતી; বাংলা -जिले में सोयाबीन की नई किस्म से ज्यादा पैदावार और बेहतर दाम की उम्मीद वैज्ञानिक दे रहे अपनाने की सलाह प्रेमविजय पाटिल धार नईदुनिया जिले के कि सानों को.